आर्कटिक व अंटार्टिका के जानवरो में वातावरण के मुताबिक जिन्दा रहने की आश्चर्यजनक क्षमता होती है, इसी वजह से वह इतने भयानक कुल्फी जमा देने वाले से भी ज्यादा तापमान में जीवन जी लेते है। असल में उनका शरीर ऐसा हो चूका है की वह अपने शरीर को ठन्डे वातावरण से बचाने के लिए अनुकूल कर सके। उनके शरीर में ऐसी क्षमता विकसित हो चुकी है जिससे वह इतने ठन्डे वातावरण में भी शरीर को गर्म रख लेते है।
Penguins
- कई Penguins अंटार्कटिक में रहते है जहा पर बहुत ही खतरनाक ठण्ड होती है, यहां का तापमान आज तक 0 तक नहीं आया है, हमेशा बर्फ ज़माने वाला ही तापमान रहता है। हमारे यहां तो तापमान 20 से नीचे आने लगता है तो हम गर्म कपडे पहनना शुरू कर देते है। बड़ी सोचने वाली बात है की फिर यह जानवर कैसे ऐसे ठन्डे माहौल में जीवन बड़े आराम से गुजार लेते है।
Penguins एक पक्षी की प्रजाति के है, वह काफी अच्छा तैर भी लेते है। यह penguins बर्फ से पैक महासागरों में रहते है, यह अपनी नस्ल को तट व भूमि पर पैदा करते है।
Penguins ऐसे ठंडे वातावरण में कैसे जी लेते है ?
- शक्तिशाली और तैराकी के लिए penguins के शरीर में झिल्लीदार पैर होते है, पानी में तैराकी के हिसाब से उनके शरीर की बनावट काफी अच्छी है जो की तैराकी में उन्हें माहिर करती है। उनके पंख उन्हें फ़्लिपपेर्स की तरह आकर देते है इसके साथ ही यह उनको पानी में उड़ने में भी मदद करते है। एक penguin 15MPH की रफ़्तार से पाने में तैर सकता है।
Penguin अपने शरीर को गर्म कैसे रखते है
- ऐसे वातावरण में सिर्फ वही जीव जी सकता है जो अपने शरीर को गर्म करने में सक्षम होता है। ऐसा ही पेन्गुइन करता है, पेन्गुइन ने अपने शरीर को यहां के तापमान के मुताबिक ढाल लिया है, उनकी त्वचा नीचे से मोटी और बहुत सारी वसा (ब्लब्बर) से भरी होती है। जो की ठंडे वातावरण से बचाती और शरीर को गर्म रखती है।
- जब वहां का तापमान और ज्यादा गिर जाता है तो सभी penguins Group में आकर एक जगह पर पास-पास खड़े होकर एक दूसरे को गर्म रखते है। ऐसे कई हजारो पेन्गुइन साथ में खड़े होकर ठण्ड से खुद का बचाव करते है।
- पेंगुइन के पंख में जो काली जगह होती है, यानी उनके पंख में जो काला एरिया होता है वह सूर्य से गर्मी ग्रहण करता है और फिर इससे खुद को गर्म रखने में उपयोग में लेता है।
Penguin पानी के नीचे कैसे रहते है
- पेंगुइन की हड्डियों में वह क्षमता होती है जो की आम सामान्य पक्षी में नहीं होती, यही क्षमता उन्हें पानी में रहने के काबिल बनाती है। पेंगुइन का पूरा शरीर है ऐसा हो गया है यानी उन्होंने खुद को ऐसा डेवेलोप कर लिया है की उनका शरीर पानी में रह लेता है और तैराकी भी शानदार करता है।