Tambe Ke Bartan Ka Pani Copper Water in Hindi
Tambe drinking copper jug vessel pot water benefits in hindi – तांबे के बर्तन में रात को रखा पानी सुबह पीना सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता हैं और इससे किसी भी तरह के संक्रमण होने की संभावना पूरी तरह से ख़त्म हो जाती हैं । ब्रिटेन की युनिवर्सीटी के माइक्रो बियोजोलिस्ट ने अपनी भारत यात्रा में तांबे के बर्तन मे रखें पानी की काफी तारीफें सुनी और यह जाना कि यह बहुत सी बीमारीयों से बचाता है।
उन्होंने इस बात का परीक्षण करने का फैसला लिया और कई प्रयोग किये उनके दल ने मिटटी और तांबे के बर्तनों में इकोलाई रोगाणुओं वाला पानी भरा इस पानी का 6, 24, 48 घंटे पानी के बाद परीक्षण किया गया। 6 घंटं बाद तांबे के रखे हुए पानी में इन रोगाणुओं की संख्या मे बहुत कमी देखी गयी, 24 घंटे बाद पानी में नाम मात्र रोगाणु पाये गये। (तांबे के बर्तन का पानी पीने से होने वाले फायदे)
वहीं 48 घंटे बाद इसमें रोगाणुओं का नामोनिशान भी नहीं था। तांबे में रखा पानी 3 घंटे में तांबे के गुणों को ग्रहण कर लेता है। उन्होंने बताया कि रोगाणुओं का सफाया करने में तांबे की भूमिका बहुत खास होती है। तांबा उष्णता का संवाहक होने से जल्दी गरम होता है और इधन की बचत होती है।
Tambe Ke Pani Ke Fayde Copper Water Benefits
इकोलाई तांबे के बर्तन में तीन घंटे तक पानी भरा रखने से इकोलाई जैसे जिवाणु नष्ट होकर पानी जीवाणुमुक्त हो जाता है। पेट के रोग, मोटापा, चर्म रोग, पित्तीय etc में रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर एक चांदी का सिक्का या चांदी की कोई भी चीज डाल दें सुबह यह पानी पीयें। इससे यह सभी रोग खत्म हो जायेंगे ।
तांबे में रखें पानी के फायदे
- तांबे का पानी पीने से हमारे शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम हेाती है, त्वचा में निखार आ जाता है। तांबे दिल की बीमारीयों और ऐनीमीया, अमीयो, बायसीस, कफ, ऐसीडिटी, बवासीर जैसी बीमारीयों में भी बहुत लाभ होते हैं ।
- पानी पीने से तांबे के बर्तनों का उपयोग करने से डायरिया और पेचिस से होने वाली मौत को रोका जा सकता है।
- तांबे में रखे पानी को गंगाजल के समान पवित्र मानते है। पूजा पाठ, शिवजी के जल चढाने में तांबे का बर्तन काम में लिया जाता है।
उषापान (jug vessel pot water)
- वैदिक ग्रंथों में उषापान को अमृत पान कहा गया है।
- पानी नई और पुरानी जानलेवा बीमारीयों को दूर करने का उपाय है।
- तांबे का पानी ज्यादातर पीना चाहिए। नंगे पैर पानी नहीं पीये। बल्कि चप्पल पहनकर पानी पीयें। या पलंग पर पालकी लगाकर पानी पीयें।
- सुबह सुर्योदय से पहले उठकर बिना मूंह धोये, बिना मंजन ब्रश किये रोजाना 4 बडे गिलास रात का रखा हुआ पानी पीले, इसके बाद थोडा टहल कर शौच जाना चाहिए।
- गर्मी के दिनों में ताजा ठंडा और सर्दी के दिनों में गुनगुना पानी पीना चाहिए।
- नियमित पानी पीने से नई पुरानी बीमारीयों में लाभ होता है।
- बीमार या बहुत ही नाजुक प्रकृति के लोग एक बार में चार गिलास पानी न पी सकें तो
- एक-दो गिलास से शुरू कर धीरे-धीरे बढाकर चार गिलास पर आ जायें। फिर नियमित रूप से चार गिलास पीते रहेे।
- बीमार हो या स्वस्थ्य सभी के लिए सुर्योदय से पहले पानी पीना फायदेमंद होता है।
तांबे के पानी के प्रयोग से रोग निम्नलिखित समय में दूर हो सकते हैं –
- Hypertension एक महीने में
- Gas की बीमारीयां दस दिन में
- Diabetes एक महीने में
- Acidity दस दिन में
- Cancer 6 महीने में
- T.B तीन महीने में
- Skin Disease
- Immunity problems
- and many other health problems
drinking Copper benefits in hindi – तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के फायदे बहुत से होते हैं। इस पानी से बड़ी-बड़ी बिमारियों का इलाज किया जा सकता हैं। जिन व्यक्तियों को सफ़ेद चमड़ी की शिकायत होती है या चमड़ी से जुडी जो भी शिकायत हो वह तांबे का पानी पीने से दूर हो जाती हैं। इसलिये रोजाना सुबह एक जग तांबे का पानी जरूर पिए।