आखिर सबसे पहले मुर्गी आयी या अंडा आया था यह सवाल हर शख्स के लबों पर है, लेकिन इसका सही उत्तर (answer) किसी को नहीं पता। यह बहुत ही उलझन भरा सवाल है क्योंकि एक तरफ अगर आप कहे की मुर्गी पहले आई तो सवाल उठेगा की फिर मुर्गी कहाँ से आई, भाई मुर्गी का भी जन्म हुआ होगा वह कोई आसमान से सीधे टपकी तो नहीं है। वही अगर आप कहे की पहले अंडा आया तो वहां भी उलझन पैदा होगी वो इसलिए की बिना मुर्गी के अंडा कैसे आ सकता है, अब आप भी चकित हुए होंगे क्योंकि दोनों तरह से यह साफ़ नहीं हो पा रहा की आखिर पहले मुर्गी आई या अंडा ? first egg came or hen in Hindi know the real answer।
सबसे पहले मुर्गी आयी या अंडा आया बताये
Pahle Murgi Aayi Ya Anda Aaya Tha in Hindi
Answer : एक रिसर्च से यह पता लगा है की मुर्गी का जो अंडा होता है उसकी खोल जो सफ़ेद रंग की होती है वह एक विशेष प्रोटीन से बनती है जो की सिर्फ मुर्गी के अंडाशय में होता है। इसलिए इस रिसर्च से यह तो साफ़ होता है की अंडा सबसे पहले नहीं आया क्योंकि अंडा जिस प्रोटीन से बनता है वह सिर्फ मुर्गी के अंडाशय में ही पाया जाता है।
बेशक यह बहुत ही उलझन भरा सवाल है लेकिन इसका सही उत्तर हमारे पास है जिससे आप यह कह सकते है की सबसे पहले मुर्गी आयी या अंडा ?
अगर में आपको कहूँ की पहले मुर्गी आई तो आप क्या सोचेंगे, फिर वही उलझन की मुर्गी भी तो अंडे से ही आई होगी, पर यह गलत है।
जिस तरह मानव का विकास बंदरो से हुआ है ठीक उसी तरह मुर्गी का विकास भी अन्य पक्षियों की जातियों से हुआ है। यानी हम भी बन्दर की एक प्रजाति है जिसने सबसे ज्यादा विकास किया और खुद को इंसान का दर्जा दे दिया, इसी तरह बंदरो की कई अन्य प्रजातियां है सब अलग-अलग है ठीक उसी तरह पक्षियों में भी है।
आप फिर से सोचे जिस तरह जिस तरह मानव का विकास हुआ है व अन्य जानवरो का विकास हुआ है, ढेर साड़ी प्रजातियां बनी है। जैसा चार्ल्स डार्विन की थ्योरी में बंदरो को मानव के पूर्वज बताए है ठीक वैसे ही पक्षियों की प्रजाति को ही मुर्गी का पूर्वज कहा जा सकता है।
प्रजातियां कैसे बनी :
जैसे मान लीजिये की आपके 4 भाई है, तो जरुरी तो नहीं की चारों भाई एक ही काम करे और उनकी एक जैसे ही सोच विचार हो। तो इस तरह चरों भाई अलग-अलग काम करेंगे, अलग-अलग राह चुनेंगे इसी तरह सदियों पहले हुआ हर एक प्रजाति अलग-अलग चलती गई। देखा जाये तो सारे जीवो का एक ही स्त्रोत है। वह तो यह अलग-अलग चले इस वजह से आज इतनी दूरिया हो गई की यह सोचना भी गजब लगता है की यह भी हमारी ही प्रजाति के है।
मुर्गी के अंडे सफ़ेद क्यों होते है
इसका जवाब बहुत ही सरल है, वैसे मुर्गी दो रंग में अंडे देती है एक तो सफ़ेद और दूसरा भूरा ब्राउन। 90% सफ़ेद मुर्गी सफ़ेद अंडे ही देती है ठीक वैसे ही भूरे रंग की मुर्गी भूरे ब्राउन अंडे देती है। इसके पीछे और कोई विशेष कारण नहीं होते। सफ़ेद मुर्गी में सफ़ेद सेल्स होते है जो की अंडो को भी सफ़ेद करते है। ठीक वैसे ही जैसे की काले माता-पिता से काली ही संतान पैदा होती है ठीक वैसे ही मुर्गियों पर भी यही बात लागु होती है।