हार का डर – Fear Of Failure Motivational Story in Hindi

ज्यादातर लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते क्योंकि वह डरते हैं की अगर में असफल हुआ तो क्या होगा ??? इसी असफलता के डर पर यह प्रेरणादायक कहानी जरूर पडें best motivational story on success and fear of failure take a risk।

Best Inspiring Story on Fear of Failure in Hindi

(डर के आगे जीत है )

जब कभी आत्मविश्वाश डगमगाए तो अपने आप से एक सवाल पूछना चाहिए – अगर में सफल नहीं हुआ तो ज्यादा से ज्यादा बूरा क्या हो सकता है ? एक हास्य कलाकार था, वह रेडियो स्टेशन में काम करता था और उसका प्रोग्राम काफी लोकप्रिय था।

एक दिन उसके पास एक अखबार से फोन आया की वे उसके बारे में लेख लिखना चाहते हैं। इंटरव्यु पूरा हुआ तो उससे पूछा गया आप आगे क्या करने का सोच रहे हैं ? तब तक उसने अपने भविष्य के बारे में कुछ भी नहीं सोचा था।

लेकिन पूछने वाले की रूचि देखकर उसे लगा कि कुछ तो बताना ही पडेगा। और एक दम से उसके मूंह से निकल गया मैं सबसे तेज बोलने का गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकाॅर्ड तोडने का सोच रहा हूं। अगले दिन अखबार में वह लेख छप गया, उसी दिन शाम को उसके पास टेलीविजन से फोन आ गया वे अपने Live Show पर उसे लाना चाहते थे और चाहते थे कि उनके प्रोग्राम पर उसी रात रिकाॅर्ड तोडने की कोशिश की जाये।

उसने पहले कभी उस Live Show का नाम नहीं सुना था। बताया गया कि यह एक National Television Show था और किसी के लिए भी यह जिंदगी का एक ऐसा मौका था जो दोबारा नहीं मिलने वाला था।

उसने Live Show के संचालक को अपनी सहमति दे दी। फोन रखने के साथ ही वह सोच में पड गया कि मैं Show पर क्या करूंगा। वह घबराया हुआ था और कुछ उत्साहित भी। रात 8 बजे गाडी उसे लेने आ गई वह सारे रास्ते अभ्यास करता रहा, पर स्टुडियो पहूंचने पर उसकी बोलती भी बंद हो गई।

उसके मन में कई सवाल उमड रहे थे, की अगर मैं रिकाॅर्ड न तोड पाया तो ? यहां भी सबसे बूरा क्या हो सकता है ? यह कि मैं National Television पर एक मूर्ख जैसा लगूंगा और इसके उलट मैंने रिकाॅर्ड तोड दिया तो। मन में इन सवाल जवाबों के चलते अंततः वह परीक्षा की उस घडी में कूद गया।

वह Show खत्म होने तक रिकाॅर्ड तोडकर National Television के दर्शकों के सामने एक मिनट में 585 शब्द बोलकर सबसे तेज बोलने वाला पुरुष बन गया।

दोस्तों क्या आप जानते हैं की ज्यादातर हमारी असफलताओं के पीछे किस चीज का हाथ होता हैं, वह हानि “हार का डर”, जीतने के लिए संघर्ष करने का डर, हार की बेइज्जती का डर, यह डर ही हैं जो की हमारी असफलता का मुख्य कारण हैं।

दोस्तों इस डर को ख़त्म करने के लिए इस वाक्य को अपने मन में इतने गहराई से उतार लें की भी कभी आपके मन में किसी चुनौती के बारे में सुनकर पीछे हटने का मन न हो। चुनौती के बारे में सुनकर बस एक ही विचार आना चाहिए और वह हैं “अगर में हार गया तो ज्यादा से ज्यादा बुरा क्या होगा”।

उम्मीद है दोस्तों इस कहानी से आपको समझ में आ गया होगा की (अगर में यह हासिल नहीं कर पाया तो ज्यादा से ज्यादा बुरा क्या हो सकता है) motivational story on fear of failure in hindi जब भी आपके जीवन में कोई जटिल प्रश्न या जटिल परिस्तिथि आये तो इस बात को अपने मन में जरूर दोहराये की “अगर में यह नहीं कर पाया तो ज्यादा से ज्यादा बुरा क्या होगा”।

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