Hindi animal stories with moral पढ़िए बच्चों के लिए छोटी-छोटी कहानियां, इन कहानियों को पढ़कर बड़ी उम्र के व्यक्तियों को भी बहुत अच्छा महसूस होगा। यह छोटी मनोरंजक व शिक्षाप्रद कहानियां हमे गणेश गुप्ता जी ने भेजी हैं, जो की एक शिक्षक हैं। हमारी इनसे ईमेल पर चर्चा हुई थी, इहें भी कहानिया व किस्से बहुत पसंद आते हैं।
Very Short Animals Stories in Hindi With Morals
- गिलहरी और शेर की कहानी
एक बार एक गिलहरी शेर के यहाँ नौकरी करती थी, सेवानिवृत्त होने पर शेर ने उसे बादाम की पेटी जिसमें बहुत सारे बादाम होंगे, देने का वादा किया। वह दिन रात शेर की सेवा करती जबकि अन्य गिलहरियाँ मस्ती से पेडों की डालों पर भागती फिरती थी।
वह गिलहरी सोचती थी कि सेवानिवृत्त होने के बाद वह अपना मनपसंद बादाम मजे से खाएगी। वह दिन आया जब गिलहरी सेवानिवृत्त हुई, शेर ने अपना वादा पूरा किया। खूब सारे बादामों से भरी पेटी गिलहरी को दी पर वह उदास थी कयोंकि वे बादाम अब उसके किसी काम के नहीं थे, उसके सारे दाँत गिर चुके थे।
शिक्षा Moral – हमेशा वर्तमान के लिए जियो। अभी और यहीं जियो।
- खरगोश और भेड़िया की कहानी
एक भेडिया एक खरगोश का शिकार करने के लिए तेजी से उसके पीछे दौडा। खरगोश भी खूब तेज दौडा और अपने बिल में घुस गया। भेड़िये ने पूछा, “खरगोश भाई! मैं अपने भोजन के लिए इतना तेज दौडा फिर भी असफल रहा और तुम मुझसे आगे निकल गये। ” खरगोश ने कहा, “चाचा! आप सिर्फ़ अपने भोजन के लिए दौड़ रहे थे, जबकि मैं अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहा था। “
- Popular Story – मोर बनने की चाहत में कोऐ की हुई दुर्गति
Moral : प्रत्येक जिव के भीतर ऐसी शक्ति होती हैं, जिसकी कोई सिमा नहीं होती। लेकिन यह अक्सर मुसीबत के समय पर ही सामने आती हैं। इसको अपनी रोजमर्रा के जीवन में लाने के लिए प्रत्येक काम को पूरा मन लगाकर व पुरे प्राण से करना पड़ेगा। फिर आपको कभी असफलता हाथ नहीं लगेगी।
- आलोचना पर कहानी
एक बार गर्मियों के दिनों में दो मुसाफ़िर कडी धूप में जा रहे थे, उन्हें एक छायादार पेड दिखाई दिया। काफी देर विश्राम करने के बाद एक ने कहा, “यह एक फलदार पेड नहीं है” दूसरे ने कहा “इसकी लकड़ी भी किसी काम की नहीं होती” । पेड़ रुँआसा होकर बोला, “तुम मेरी छाया में विश्राम करके मेरी ही आलोचना कर रहे हो” पेड को तोड दिया गया।
Moral : बुरे व मंद बुद्धि के लोगों से तर्क वितर्क करना हमेशा नुकसान ही देता हैं। ऐसे लोगों के सामने चुप्पी साधना ही बेहतर होता हैं।
- घमंड का पतन
एक बार मुर्गियों के बाडे में दो मुर्गे थे। शक्तिशाली मुर्गे ने दूसरे को चुनौती दी । दोनों लडने लगे, शक्तिशाली मुर्गे ने दूसरे मुरगे को हरा दिया। जीत की खुशी में वह बाडे की छत पे जाकर कूकडु कूँ करने लगा। तभी एक बाज की नजर उसपे पडी और बाज ने उस शक्तिशाली मुर्गे को शिकार बना लिया। दूसरे मुर्गे को अब बाडे में चुनौती देने वाला कोई नहीं था। वह अब सारी मुर्गियों में राजा जैसा था।
Moral of the story : घमंड करने वाला व्यक्ति हमेशा नुकसान ही उठाता हैं, यहां ऐसा कुछ भी नहीं जिसपर हम घमंड कर सके। यहां हर एक जित प्रगतिशील हैं। पैसा आज आपके पास हैं, कल वह किसी और के पास होगा। जैसे आज जवानी हैं तो कल बुढ़ापा आना ही हैं तो इसमें जवानी का घमंड करना व्यर्थ ही हैं।
Panchtantra Animal Stories For Kids Children’s
- विश्वासघाती मित्र
एक बार एक बकरी बीमार और कमजोर हो गई पर उसके पास घास का एक ढेर था खाने के लिए । बीमारी के दौरान उसकी कुछ मित्र बकरियां उसे देखने आई और उसके घास को खाने लगीं। बीमार बकरी ने कहा, “में बीमारी से तो नहीं मरूंगी पर तुम्हारे जैसे अविश्वसनीय मित्रों के कारण जरूर मर जाऊंगी जो मेरा सारा भोजन खाने पे तुले हैं। “
Moral : बुरे मित्रों की सांगत हमेशा नुकसानदेय होती हैं। हमेशा अपने मित्र सोच समझकर बनाये।
- कछुआ और खरगोश
कछुए और खरगोश ने एक बार दौड़ लगाई। आधी दूरी पर खरगोश बहुत अागे निकल गया। कछुआ बहुत पीछे था। खरगोश ने सोचा कि कुछ देर विश्राम किया जाए। खरगोश को नींद आ गई। जब उसकी आँख खुली तो कछुआ दौड़ के लक्ष्य तक पहुंच चुका था।
- Popular : अंतरात्मा की आवाज़
Moral : किसी महान पुरुष ने कहा हैं की हमेशा अपने कार्य को पूरा करके ही दम लो, और यह सही भी हैं। जब तक आप अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते तब तक आपको कहीं भी रुकना नहीं चाहिए।
- भेडिया मेमने को खा गया
एक मेमना नदी के किनारे पानी पी रहा था। एक भेडिया भी वहाँ था वह बोला, “तेरा जूठा पानी मेरी तरफ आ रहा है। ” मेमना बोला, “दादा, मैं नीचे हूँ और आप ऊँचाई पर, मेरा जूठा पानी आपकी तरफ कैसे आ सकता है?” भेडिया बोला, “पिछले साल तुने मुझे गाली दी थी” “पिछले साल तो मैं पैदा भी नहीं हुआ था। ” मेमना बोला। “तो वह तेरा बाप होगा” ऐसा कहकर भेडिया मेमने को खा गया।
- कुत्ता
एक कुत्ता मुंह में कुछ खाने की चीज लेकर जा रहा था, रास्ते में एक नाला था, नाले के पानी में अपनी परछाईं देखकर कुत्ते ने सोचा कि यह दूसरा कुत्ता है और उसके मुँह से खाना छीनने के लिए भौंका। भौंकने पर उसके मुँह का खाना भी नाले में गिर गया और लालच में अपना खाना भी गँवा दिया।
- नकल मत करो
एक बार एक लोमड़ी ने एक किसान को मछली से भरी गाड़ी ले जाते देखा। वह सड़क पर लेट गई। ताकि किसान उसे मरा हुआ समझे। किसान ने उसे मरा समझ के अपनी गाडी में डाल लिया। लोमड़ी ने भरपेट मछलियाँ खाई और गाड़ी से कूद गई। उसके शरीर से मछलियों की गंध आ रही थी। भेडिये ने पूछा तो लोमड़ी ने सब बता दिया। भेड़िये के मुंह में पानी आ गया, वह भी गाड़ी के आगे लेट गया । किसान को वह भारी लगा और उसे एक बोरे में बंद करके गाड़ी के पीछे बांध दिया।
- शिकार (Very Short stories for kids)
एक बार एक कीडा एक शेर को परेशान कर रहा था। शेर ने उसे पंजो से कुचलना चाहा। पर वह दरार में घुस गया। वह जंगल के राजा को इस तरह तंग करके बहुत खुश था। उसने दोबारा शेर को काटा। शेर गुर्राकर रह गया। अपने को पराक्रमी समझ वह कीडा गर्व से भर गया। तभी एक मकड़ी उसके रास्ते में आ गइ और वह मकड़ी का शिकार बन गया।
- गर्व ना करो
एक बार जंगल में एक विशाल पेड था । पास में एक छोटी झाडी थी, पेड ने झाडी से कहा, ” मैं कितना विशालकाय हूँ जबकि तुम्हारी औकात मेरे आगे कुछ नहीं है। ” झाडी ने कहा, ” देखो, इसलिए वह तुम्हारे लिए आ रहे हैं ” दो आदमी कुल्हाड़ी लेकर उस पेड को काटने आ रहे थे। जो पेड अब गर्व से फूल रहा था अब रुआँसा हो गया।
ऐसी ही मजेदार कहानियां पड़ें – 100+ Inspiring Moral Stories in Hindi
- चींटी और टिड्डी – Short Animal Stories
सर्दियों के दिनों में एक टिड्डी चींटियों के बिल के पास गई जहाँ चींटियाँ मजे से खाने पीने में व्यस्त थी । टिड्डी ने चींटियों से खाने को माँगा। एक चींटी ने एक दाना देकर पूछा कि उसने गर्मियों में अपने लिए खाना इकट्ठा क्यों नहीं किया। “तब मैं गाने मै व्यस्त था। ” “तो अब तुम नाचो” चींटी ने कहा।
- Submitted By
- Name : Ganesh Gupta
- Works : At Teacher
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आज के समय में इन्सान के पास खुद के लिए भी समय नहि है ऐसे में पशु पक्षियों से प्रेम करना हम भूल ही गए हैं! आपकी कहानी परिवार के बच्चों को सुनकर उन्हें पशु पक्षियों के लिए जाग्रत किया जा सकता है|
कहानियों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!!