उपदेश का सही मर्म – गुड़-गुड़ कहने से मुंह मीठा नहीं होता – Sachhi Kahani

Yudhishthira Story The Real Learning युधिष्ठर ने ही समझा उपदेश का सही मर्म यह उस समय की बात है जब Kaurava Pandava Guru dronacharya के आश्रम में शिक्षा प्राप्त कर …

सिद्धार्थ और देवदत्त – गौतम बुद्ध के बचपन की कहानी

Mahatma Buddha Childhood Story मारने वाले से बचाने वाले का अधिक अधिकार एक दिन राजकुमार सिद्धार्थ अपने चचेरे भाई देवदत्त के साथ बाग में घुमने के लिए गये। जहां सिद्धार्थ …

आपका नजरिया ही सुख दुःख को तय करता हैं | Zindagi Mein Khush Kaise Rahe

Life Mein Khush Kaise Rahe किसी एक़ आश्रम मेँ महात्मा और उनके दो शिष्य रहतें थे। दोंनो शिष्य महात्मा के कहें अनूसार भगवान् क़ा भजन व पूजन करते थे …