जयललिता के जीवन का संघर्ष – Jayalalita Life Story & Facts in Hindi

Jayalalita Biography & Facts in Hindi

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(Short biography of jayalalita) तमिलनाडु राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता जिनको लोगो में ‘अम्मा’ के नाम से भी जाना जाता है के फ़िल्मी से सियासी सफर तक और अब अंत में उनकी मृत्यु तक का सफर बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा।

जयललिता ने अपने एक Interview में सटीक ही कहा था की उनकी पूरी जिंदगी एक संघर्ष, युद्ध और लड़ाई है। उनकी मृत्यु भी 75 दिन की लंबी लड़ाई ही रही। वे कोई Icon नहीं थी लेकिन Cult Personality Icon बन गई।

जयललिता अम्मा के जीवन से हमे कुछ सीख प्राप्त होती है जो निम्न है-

‘’किसी का सहारा किसी का साथ को न ढूंढिए आप अकेले आये है अकेले ही जाना है अकेले ही लड़ना सीखिये’’

MG Ramchandran की पत्नी जानकी, जयललिता के आड़े आयी और उलटे MGR के विधायक तो जयललिता को बुरी तरह से अपमानित करते रहे, वे उनकी शवयात्रा में खड़ी रही कार्यकर्त्ता उन्हें खदेड़ते रहे। अगला वर्ष पूरा लड़ने में ही व्यतीत हो गया। जबकि जानकी को तो मुख्यमंत्री बना दी गई हालांकि 24 दिन में ही विश्वास मत हासिल न कर पाने पर बर्खास्त हो गई। अगले Election में भी जयललिता कोई जीत नहीं पाई, करूणानिधि जीते, जयललिता तो नेता प्रतिपक्ष बनी।

‘’व्यक्ति पर आरोप जीवनभर लगते रहते है, लड़ते रहिये’’

व्यक्ति जीवन में कुछ भी अच्छा करता रहे आरोप हमेशा लगते ही रहेंगे। जयललिता पर भ्रष्टाचार के मुकदमो का सिलसिला जैसे अनंत रहा। वे लगातार पुलिस, कोर्ट, जेल से घिरी ही रही, और इसे इत्तेफाक ही कहे की जयललिता की इच्छा शुरू से ही वकील बनने की थी।

अम्मा पढ़ने में इतनी होशियार थी कि 10वी कक्षा में पुरे राज्य में टॉप रही और गोल्ड मैडल हासिल किया। लेकिन माँ के कहने पर फिल्मो में चली गई किन्तु कानून कि पेचीदगियों से उनका जीवनभर वास्ता बना रहा।

‘’किसी भी विवाद के ख़त्म होने पर यह मत मानिये कि सब ठीक हो जायेगा’’

जरा सोचिये मुख्यमंत्री कि वास्तविक दावेदार और भरपूर समर्थन मिलने के बावजूद सिर्फ इसलिए मुख्यमंत्री नहीं बन पाई कि उच्चतम न्यायलय ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया।

‘’जिंदगी का अर्थ ही यही है कि इसका बड़ा सा हिस्सा किसी न किसी के प्रभाव में गुजरेगा’’

जयललिता ने एक Interview में कहा था- मेरी आधी जिंदगी माँ के प्रभाव में गुजर गई, बाकि MGR के। इस बात को हम लोग अपने जीवन से भी जोड़कर देख सकते है। क्या हमें आजादी कभी नहीं मिल सकती ? हम उम्र के हर पड़ाव पर किसी ने किसी के प्रभाव में जीते आये है और ऐसे ही जीते रहेंगे।

‘’जीवन में जो अपने नही है, उन्हें आप कितना ही अपना बनाने कि कोशिश कर लें कभी अपने होंगे ही नहीं’’

जयललिता के जीवन में अकेलापन ही था तभी उन्होंने शशिकला को साथी बनाया। शशिकला एक पार्लर चलाती थी वही राज्य कि सत्ता में दखल देने लगी। बहुत सारे लोगो को जयललिता ने अपनाया लेकिन कोई उनका नहीं हुआ।

Jayalalita Facts & History About his Life

  • जयललिता ‘अम्मा’ के जीवन के बारे में महत्वपूर्ण पहलुओ को जानने का प्रयास आते है।।।।।।
  • जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को South के एक अय्यर ब्राम्हण परिवार में हुआ था।
  • इनका जन्म स्थान कर्नाटक राज्य (पूर्व का मैसूर राज्य) के मंड्या जिले के पाण्डवपुर तलूक के मेलुरकोट गांव में हुआ था।
  • महज 2 वर्ष की उम्र में जयललिता के पिता का निधन हो गया।

  • जयललिता के दादा तत्कालीन मैसूर राज्य के एक Surgeon थे।
  • जयललिता ने अपनी 3 वर्ष की उम्र में भारत नाट्यम सीखना प्रारम्भ कर दिया था।
  • जयललिता की प्रारंभिक शिक्षा बंगलोरे में और बाद में चेन्नई में हुई।
  • मात्र 15 वर्ष की आयु में जयललिता कन्नड़ फिल्मो में मुख्य अभिनेत्री की भूमिकाये करने लग गई थी। कन्नड़ भाषा में जयललिता की पहली फिल्म “चिन्नडा गोम्बे” थी जो 1964 में प्रदर्शित हुई थी।
  • कभी ऐसा सुना या देखा है की किसी ने अपनी फिल्म में मुख्य भूमिका अदा की हो और उसे ही वह फिल्म देखने का मौका न मिला हो हां ऐसा हुआ है जयललिता के साथ उनकी पहली फिल्म ‘ A ‘ ग्रैड की होने के कारण वो अपनी पहली फिल्म को सिनेमा हॉल में नही देख पाई।
  • राजनीती में आने से पहले जयललिता ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी फिल्मो में भी काम किया।
  • वर्ष 1965 से 1972 के दौरान उन्होंने अधिकतर फिल्मे एमजी रामचंद्रन के साथ की।
  • फ़िल्मी करियर के बाद उन्होंने एमजी रामचंद्रन के साथ 1982 में राजनितिक करियर की शुरुआत की, 1984 से 1989 के दौरान उन्होंने
  • तमिलनाडु से राज्यसभा के लिए राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया।
  • वर्ष 1987 में रामचंद्रन के निधन के बाद जयललिता ने खुद को रामचंद्रन की विरासत का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया।
  • जयललिता 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री और राज्य की सबसे काम उम्र की मुख्यमंत्री रही।

राजनीती में उनके समर्थक उन्हें अम्मा (माँ) और कभी कभी पुरातची तलावी (क्रन्तिकारी नेता) कहकर बुलाते है।

यह शायद बहुत कम लोगो को पता होगा की जयललिता एक उम्दा लेखिका थी जो समाचार पत्रो में नियमित रूप से कलम लिखती थी।
जयललिता ताउम्र कुंवारी रही उन्होंने शादी नही की लेकिन एक दत्तक पुत्र वीएन सुधाकरण को गोद लिया था।

कई परिवर्तनों के बाद जयललिता कि जैसे कि महत्वकाक्षा समाप्त ही हो गई थी। उनका सारा ध्यान गरीबो को मुफ्त क्या-कैसे दिया जा सकता है। इन्ही बातो के सन्दर्भ में विचार करने के बाद अम्मा ने कई सारी जनकल्याणकारी योजनाओ का संचालन किया जिनमे से कुछ निम्न है-

List Of Jayalalita Schemes

  • अम्मा फ्री वाई-फाई (Amma Free Wi-Fi)
  • अम्मा बेबी केयर किट्स (Amma Baby Care Kits)
  • अम्मा पीपल सर्विस (Amma People Service)
  • अम्मा एजुकेशन स्कीम (Amma Education Scheme)
  • अम्मा स्किल (Amma skill)
  • अम्मा नमक (Amma salt)
  • अम्मा सीमेंट स्कीम (Amma Cement Scheme)
  • अम्मा मेडिकल स्टोर (Amma Medical Store)
  • अम्मा मैरिज हॉल (Amma Marriage Hall)
  • अम्मा कॉल सेंटर (Amma call center)
  • अम्मा टेबल फैन (Amma table fan)
  • अम्मा टीएनएफडीसी फिश स्टॉल (Amma Tianfdisi Fish sta)
  • अम्मा बीज (Amma seed)
  • अम्मा कैंटीन (Amma canteen)
  • अम्मा मिनरल वाटर (Amma Mineral Water)
  • अम्मा थिएटर (Amma theater)
  • जया टीवी (Jaya TV)
  • अम्मा मोबाइल फोन (Amma mobile phone)
  • अम्मा लैपटॉप (Amma laptop)
  • अम्मा ग्राइंडर (Amma Grinder

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